Delhi Free Travel Update: दिल्ली में महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा अब पहले से अधिक सुरक्षित और तकनीकी रूप से सुदृढ़ तरीके से उपलब्ध होगी। दिल्ली सरकार ने पिंक टिकट को हटाकर एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत पिंक पास या ‘सहेली कार्ड’ को लागू किया गया है। इस कार्ड के जरिए दिल्ली की DTC और क्लस्टर बसों में महिलाएं और ट्रांसजेंडर नागरिक पूरी तरह से मुफ्त यात्रा कर सकेंगी।
सहेली कार्ड क्या है?
सहेली कार्ड एक स्मार्ट कार्ड है जिसे केवल दिल्ली की निवासी महिलाओं और ट्रांसजेंडर नागरिकों को जारी किया जाएगा। यह कार्ड दो श्रेणियों में जारी किया जाएगा:
- KYC वेरिफाइड कार्ड: इस कार्ड को आधार, पैन और दिल्ली निवास प्रमाण की जांच के बाद जारी किया जाएगा।
- Non-KYC कार्ड: यह कार्ड 12 वर्ष से ऊपर की लड़कियों और महिलाओं को बिना KYC के भी जारी किया जा सकता है, लेकिन इसकी वैधता सीमित होगी।
सहेली कार्ड कैसे बनवाएं?
सहेली कार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और सरल है:
- DTC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘Pink Pass Apply’ विकल्प पर क्लिक करें।
- आधार नंबर, मोबाइल OTP और पता दर्ज करें।
- जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करें (PDF या JPEG फॉर्मेट में)।
- कार्ड टाइप चुनें — KYC या Non-KYC।
- जानकारी की पुष्टि करें और e-Acknowledgement डाउनलोड करें।
- कार्ड बन जाने के बाद आपको SMS के जरिए सूचना मिलेगी।
आवश्यक दस्तावेज:
- दिल्ली निवास प्रमाण (राशन कार्ड, वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस)
- आधार और पैन कार्ड (केवल KYC कार्ड के लिए आवश्यक)
- पासपोर्ट साइज फोटो
पिंक टिकट क्यों हटाया गया?
पिंक टिकट की प्रणाली पहले महिलाओं को मुफ्त यात्रा की अनुमति देती थी, लेकिन इससे DTC को भारी नुकसान हुआ, जो लगभग 65,000 करोड़ रुपये था। सहेली कार्ड के जरिए अब सही लाभार्थियों की पहचान की जा सकेगी और फर्जीवाड़े को रोका जा सकेगा।
एक कार्ड से कई सफर
दिल्ली सरकार सहेली कार्ड को केवल बसों तक सीमित नहीं रखना चाहती। IIT दिल्ली की मदद से शहर के बस रूट्स का पुनः डिज़ाइन किया जा रहा है, और भविष्य में इस कार्ड को मेट्रो, RRTS और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जोड़ा जाएगा। इससे एक ही कार्ड से मल्टी-मोड ट्रैवल संभव होगा।