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सातरोड बायपास पर बन रहा सबसे छोटा ओवरब्रिज, अगस्त तक होगा पूरा Haryana Road Update

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Haryana Road Update: हिसार के सातरोड गांव के सामने स्थित साउथ बायपास पर शहर का सबसे छोटा ओवरब्रिज तेजी से तैयार हो रहा है। इसके निर्माण के साथ ही दिल्ली रोड पर लगने वाले जाम से काफी हद तक राहत मिलने की उम्मीद है। करीब 33 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह ओवरब्रिज सिर्फ 35 मीटर लंबा होगा, जिससे इसे शहर का सबसे छोटा ओवरब्रिज माना जा रहा है। इससे पहले, कैमरी फाटक पर बना ओवरब्रिज 40 मीटर लंबा था।

शहर में अन्य स्थानों पर बने सभी ओवरब्रिज इस नए ब्रिज से लंबे हैं। इसकी चौड़ाई करीब 11 मीटर तय की गई है। यह ओवरब्रिज रेलवे लाइन नंबर 88 के ऊपर बनाया जा रहा है। मंगलवार शाम छह बजे इसके ढांचे पर तीन गार्डर रखे जाएंगे। इस कार्य में रेलवे और बीएंडआर विभाग के अधिकारी व इंजीनियर मौजूद रहेंगे।

31 अगस्त तक पूरा होगा निर्माण कार्य

निर्माण एजेंसी को यह काम 31 अगस्त तक पूरा करना है। हालांकि गार्डर डिजाइन को लेकर रेलवे की ओर से हुई देरी के कारण बीएंडआर विभाग अब तक चार बार तय समयसीमा पार कर चुका है। जैसे ही गार्डर स्थापित हो जाएंगे, उसके बाद स्लैब डालने का काम शुरू किया जाएगा। इसके बाद स्लैब को पूरी तरह सूखने में करीब 25 दिन का समय लगेगा।

सुरक्षा को देखते हुए घटाई गई ट्रेनों की गति

इस ओवरब्रिज के निर्माण की निगरानी जय श्री बाला जी कंपनी कर रही है। कंपनी के इंजीनियर मनोज के अनुसार, कार्य की प्रक्रिया योजना के मुताबिक चल रही है। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनज़र ट्रेनों की अधिकतम गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। रेलवे फाटक पर चेतावनी बोर्ड भी लगा दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को सतर्क किया जा सके।

ओवरब्रिज से इन गांवों और कॉलोनियों को मिलेगा फायदा

ओवरब्रिज के चालू होने से आसपास के गांव जैसे कैमरी, मंगाली, गंगवा, बालसमंद, मुकलान, सिवानी, चौधरीवास के साथ-साथ कैमरी रोड और आजाद नगर रोड की कॉलोनियों के लोगों को काफी सुविधा होगी। ये सभी अब साउथ बायपास के जरिये सीधे दिल्ली रोड पर स्थित सातरोड गांव तक बिना रुकावट के पहुंच सकेंगे। इससे यात्रा का समय भी घटेगा और जाम से भी राहत मिलेगी।

गार्डर स्थापना के लिए मंगाई गईं भारी क्रेनें

रेलवे ट्रैक के ऊपर बनने वाले इस ओवरब्रिज के लिए कुल छह गार्डर रखे जाएंगे। प्रत्येक गार्डर लगभग 23 टन वजनी और 30 मीटर लंबा है। इन्हें स्थापित करने के लिए करीब 300 टन भार उठाने की क्षमता वाली दो बड़ी क्रेनें मंगवाई गई हैं। कार्य के दौरान किसी प्रकार की बाधा न हो, इसके लिए मंगलवार सुबह 10 बजे से रेलवे फाटक को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा।

Deepika

मैंने BJMC से शिक्षा प्राप्त की है और आजकल मैं सरकारी योजनाओं और समसामयिक घटनाओं पर लेखन करती हूं। मैं हमेशा अपनी लेखनी में सटीकता और निष्पक्षता बनाए रखती हूं, ताकि मेरी जानकारी पूरी तरह से विश्वसनीय और पाठकों के लिए उपयोगी हो। मेरा उद्देश्य हमेशा यही रहता है कि मैं समाज को जागरूक और सूचित कर सकूं।

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