Tatkal Ticket New Rule: अगर आप ट्रेन के तत्काल टिकट बुक करने की सोच रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। अब आईआरसीटीसी ने तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर एक अहम बदलाव किया है, जिससे लाखों यात्रियों की योजना पर असर पड़ सकता है। यह नया नियम 15 जुलाई से लागू हो चुका है और इसके तहत अब तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट में एक जरूरी कार्य नहीं किया जा सकेगा।
रेलवे का कहना है कि इस बदलाव का उद्देश्य टिकटों की कालाबाजारी और एजेंट्स द्वारा होने वाली धोखाधड़ी को रोकना है। अक्सर देखा जाता था कि जब तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होती थी, तो कुछ ही मिनटों में सारे टिकट बिक जाते थे, और आम यात्री हाथ पर हाथ धरे रह जाते थे। ऐसे में रेलवे ने इस समस्या का समाधान करने के लिए यह कदम उठाया है।
नया नियम क्या है?
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, अब तत्काल टिकट बुकिंग के पहले 30 मिनट के दौरान रजिस्टर्ड एजेंट्स और थर्ड पार्टी टिकट बुकिंग करने वालों पर रोक लगा दी गई है। इसका मतलब है:
- एसी क्लास की बुकिंग के लिए सुबह 10:00 से 10:30 बजे तक
- नॉन-एसी क्लास की बुकिंग के लिए सुबह 11:00 से 11:30 बजे तक
इन 30 मिनटों के दौरान कोई भी अनरजिस्टर्ड एजेंट या थोक बुकिंग नहीं कर सकेगा। इस दौरान केवल आम यात्री ही टिकट बुक कर पाएंगे।
आधार हुआ अनिवार्य
इसके साथ ही एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि अब तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार ओटीपी वेरिफिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि यात्री तभी टिकट बुक कर सकेंगे जब उनका आईआरसीटीसी प्रोफाइल आधार से जुड़ा होगा और मोबाइल पर आए ओटीपी से पहचान की पुष्टि होगी।
जम्मू डिवीजन के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उचित सिंघल ने बताया कि अब बिना ओटीपी वेरिफिकेशन के तत्काल टिकट बुक करना संभव नहीं होगा। यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका मोबाइल नंबर आधार से लिंक हो और उनका आईआरसीटीसी प्रोफाइल अपडेट हो।
यह बदलाव क्यों जरूरी है?
रेलवे का कहना है कि यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और टिकटों की कालाबाजारी को रोकने के लिए उठाया गया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे जल्द से जल्द अपने आईआरसीटीसी खाते को आधार से लिंक करवा लें, ताकि अंतिम समय पर किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।